Tuesday, April 07, 2020

इंतज़ार रहता है मुझे उसका




इंतज़ार रहता है मुझे उसका 
जिसे हर कोई देखता है तख्ता 
जो शायद है गुमशुदा खुद भी 
रखता है मुझे भी जुदा -जुदा  
प्यार करने की कोई हद्द नहीं 
प्यार करनेवालों को मिलाने 
जान उसकी भी कोई हद्द नहीं 
गुमशुदा हो हुए जाते हैं हमसे 
दूर-दूर से खबरें आतीं हैं उसके 
चाहतों के रास्ते कभी कम नहीं 
दुआओं की भी कमी होती नहीं 
देखलो आज उनको जी भरके 
वो गुल से गुलिस्तां हुए जाते हैं 

~ फ़िज़ा 

No comments:

अच्छी यादें दे जाओ ख़ुशी से !

  गुज़रते वक़्त से सीखा है  गुज़रे हुए पल, और लोग  वो फिर नहीं आते ! मतलबी या खुदगर्ज़ी हो  एक बार समझ आ जाए  उनका साथ फिर नहीं देते ! पास न हों...