Sunday, June 20, 2021

पितृ-दिवस की शुभकामनाएं - अच्चा


 

पिता की उंगली पकड़ कर चलना 

ये तो पैदा होते ही सिखाया माँ ने 


उंगली पकड़ते चलते सँभलते हुए 

हर इच्छाएं मेरी पूरी की हमेशा से 


कभी किसी बात से डर भी होता

तो पिता की आड़ में रहकर कहते 


जब कोई बात मनवानी हो माँ को  

पिता के नाम का ही डर जताती वो  


हर-उतार चढाव में ज़िन्दगी के मेरे 

एक हौसला, साथी ढाल बनके रहे 


वो शख्स जिसे सिर्फ याद करने से 

दुनिया भर की खुशियां हौसले मिले 


~ फ़िज़ा 

Friday, June 18, 2021

चाय की चुस्की

 


चाय की पत्ती पानी संग 

कुछ उबाल दूध चीनी का  

ढेर सारा प्यार दोस्ती का 

चाय की चुस्की में मानों 

सुख मिले सारे संसार का   

दोस्ती और चाय के किस्से 

जग-ज़ाहिर हैं कई ज़माने से 

एक चुस्की और गयी थकान 

गुज़रे कई सालों के साथ आयी 

कई किस्से कहानियां बचपन की 

वो अदरक की चाय और प्रशंसा 

चुस्की बाद सभी का दुलार - प्यार

मानों एक लम्बे सफर के बाद का 

ठहराव !!!

~ फ़िज़ा 

खुदगर्ज़ मन

  आजकल मन बड़ा खुदगर्ज़ हो चला है  अकेले-अकेले में रहने को कह रहा है  फूल-पत्तियों में मन रमाने को कह रहा है  आजकल मन बड़ा खुदगर्ज़ हो चला है ! ...