Posts

Showing posts with the label boriyat

गुमशुदा

Image
  बाहर सुनहरी धुप है  मौसम भी ठीक है  दिल कहीं मायूस  गुमशुदा हो चला है  कोई बात नहीं पर  दिल नासाज़ सा है  इस उदासी की वजह  ढूंढ़कर भी नहीं मिला  शायद बोरियत है  रोज़ वही दिनचर्या  वही लोग और सब  वही घर से बाहर  और बाहर से अंदर  बस पंछियों पर है  ध्यान अटका आजकल  देखा कल ओक पेड़ पे  दो घोसलों का निवास  ख़ुशी हुई कितनों को है  आसरा इस पेड़ से  अब तो बस उन्हें देखते  गुज़रता है वक्त सारा  काम तो व्यस्त रखे  मगर दिल कहीं खोया है ! ~ फ़िज़ा 

बस गुज़रे दिन बचपन की यादों में कहीं ...

Image
आजकल दिल लगता ही नहीं कहीं खुलकर दिल से कहने को भी कुछ नहीं धक्का मार रहे हैं ज़िन्दगी चलती नहीं जी रहे हैं क्यूंकि कोई और चारा भी नहीं बस गुज़रे दिन बचपन की यादों में कहीं ऐसा देखते-सोचते गुज़र जाए वक़्त कहीं थक गए ज़िन्दगी की नौकरी करते यहीं अब बक्श दो दफा करो हमें ज़िन्दगी शायद कुछ नयापन लगे मौत के सफर में आजकल दिल लगता ही नहीं कहीं खुलकर दिल से कहने को भी कुछ नहीं ~ फ़िज़ा