आज बहुत जल्दी सेहर होगयी,
योजना अनुसार जाना जो था,
बचे हुए बायोडाटा लेकर निकली
यमुना भी पूरी तैयार थी निकलने,
सुनिश्चित किया के आवाज़ न हो,
किसी के जागने के पहले धीरे से ,
घर से रवाना हुए दोनों सवेरे-सवेरे,
मेरा पेहला दिन इस नए शहर में टहलने,
यमुना के संग ही सही टहलने तो निकले
कुछ क्षणों के लिए आज़ाद पंछी सा लगा,
घर से टीटीसी बस स्थल का रास्ता दिखाया,
दो डॉलर का टोकन देकर बस में घुमाया हमें,
एक टोकन से आप जहाँ चाहो चले जाओ,
जब-तक टीटीसी की सीमा में रहो तब तक
जब लौटो तो अगला टोकन दिखाकर चलो
बहुत ही सरल और सस्ता सा लगा सफर,
बस के सफर का आनंद उठाकर अच्छा लगा,
हम बस से फिंच स्टेशन पर आ उतरे और
भूमिगत रेल में सफर कर डंडास स्ट्रीट पहुंचे
सफर बेहद सुखद और खुशगवार सा था
बहुत हँसे पादरी के मज़ाकिया बातों पर
डंडास स्ट्रीट से चलते पहुंचे Eaton सेण्टर
शॉपिंग मॉल कई मंज़िलों से बनी वास्तुकला
इतनी खूबसूरत ईमारत पहले कभी न देखा,
जैसे-तैसे घूमते लगे देखने नज़ारे हर तरफ
यमुना ने पुछा कितने हैं बायोडाटा हाथ में
दो बायोडाटा से कुछ नहीं होगा केहकर
लगी फोटो कॉपी की दुकान से ३० कॉपी लेने
मेरी आँखें भीग गयीं, यमुना सोचे बगैर
करने लगी पैसा खर्चा मुझ पर भला क्यों?
क्या मैं लगती हूँ उसकी? चंद दिनों की दोस्ती
१५ मेरे हाथ दिए और १५ खुद रख लिए
कहने लगी एक छोर से तुम शुरू हो जाओ
अगली छोर से मैं शुरू हो जाती हूँ
हर दूकान, भंडार, रेस्टोरेंट में देदो ,
कहीं न कहीं तो तुम्हें नौकरी मिल जाएगी
दोनों अपने छोर से शुरू हुए हर जगह
क्या आप नौकरी में भर्ती कर रहे हो ?
कृपया बायोडाटा रखलो नौकरी की तलाश है
सारे काम कर थककर चूर भुख भी लगने लगी
सोचा मोवेनपिक रेस्टोरेंट में कुछ खा लेते हैं
उसने पास्ता लिया और मैंने बामी गौरंग
पैसे उसने दिए और हम खाने लगे ,
खाते-खाते नज़र रेस्टोरेंट पर पड़ी
सोचा यहाँ भी एक बायोडाटा थमा देते हैं
पुछा यमुना से एक बायोडाटा यहाँ भी देदें?
कहने लगी अगर तुम चाहती हो तो दे दो
केशियर के पास पहुंची जो ग्राहकों को संभाल रही थी
पूछने लगी हमसे क्या बात हैं कैसे मदत करें?
नौकरी की तलाश में हैं क्या आप भर्ती कर रहे हैं
जी हाँ, केशियर की ज़रुरत है हमें आपने किया है काम,
नए हैं हम तो मगर काम सीख लेंगे बायोडाटा दें क्या?
बिलकुल दो, हम अपने मैनेजर से कहेंगे ज़रूर तुम्हारे लिए
अगर तुम नयी हो यहाँ तो अंगेरजी कैसे बोल लेती हो?
कहा भारत में स्कूल में सीखा है और मुस्कुराकर चल दिए
यमुना संग घूमने मिला और शहर को देखने का मौका मिला
सारे दिन का अनुभव एक प्रसन्नता से भरा था नया था
तब तक जब तक हम घर नहीं पहुंचे थे ,
यमुना को किसी को जवाब देना नहीं था, आज़ाद थी
हम ही थें जिन्हें सारे दिन गायब रहने की वजह बतानी थी
हमें यमुना संग यूँ नहीं जाना चाहिए घूमने
क्यूंकि वो अलग सोच-विचार की हैं
सोचती रही आखिर क्यों हमें जवाब देना हैं सभी को?
हम भी तो किराया देकर किरायेदार बनना चाहते हैं ?
फ़िज़ा
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