Monday, April 05, 2021

चुनाव

 



सुना है आजकल चुनाव चल रहा है 

जानकर मैने भी उत्सुकता जताई 

किसे वोट दीजियेगा इस बार आपने 

जानते थे के बापू के समर्थक रहे हमेशा 

इस बार किसे वोट देने का इरादा है ?

जवाब कुछ इस तरह से आया वहां से 

वोट 

कोई पार्टी नहीं हम किसी पार्टी के नहीं 

अब तक जिसने सब ख्याल रखा हमारा 

बिजली पानी और सड़क घर तक लाया 

साफ़ सुथरे अस्पताल तो दवाइयाँ मुफ्त 

हर मांग पूरी करने वाले को ही वोट देंगे 

ढोंग रचाने आएंगे बहुत देंगे कई झांसे 

फंसना न मगर अस्थायी एहसानो पर 

अब तक जिसने संभाल रखा लोगों को 

निस्वार्थ जरूरतें पूरी कर नेतृत्व संभाला 

क्यों न मोहर उसी पर लगे इस बार भी 

चुनकर लाओ अपना वही मुख्या मंत्री !


~ फ़िज़ा 

2 comments:

Digvijay Agrawal said...

आपकी लिखी रचना "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" आज मंगलवार 06 अप्रैल 2021 शाम 5.00 बजे साझा की गई है.... "सांध्य दैनिक मुखरित मौन में" पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

Dawn said...

Dgivijay ji aapka bahut bahut dhanyavaad hamari is rachana ko aapke sankalan ka hissa banaya
Abhar!!!

अच्छी यादें दे जाओ ख़ुशी से !

  गुज़रते वक़्त से सीखा है  गुज़रे हुए पल, और लोग  वो फिर नहीं आते ! मतलबी या खुदगर्ज़ी हो  एक बार समझ आ जाए  उनका साथ फिर नहीं देते ! पास न हों...