दिल की अंगड़ाई लेती है उड़ान
अब न रुके ये रोकने से उड़ान
बादलों को छुकर चला है उड़ान
संभलना गिरा न दे उमंग उड़ान
सुनेहरे सपनों से सजी है उड़ान
देखो सूर्यास्त तो नहीं है उड़ान
पर दिए हैं आसमां छुलो उड़ान
यूँ भी न उड़ो के गिर पड़े उड़ान
हौसलों के परिंदे उड़ते हैं उड़ान
सलीके से उड़ो तो हसीं है उड़ान
~ फ़िज़ा
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