पहली बार जब बत्तमीज़ी की थी
तभी बहुत ही अजीब लगा था
समझ नहीं आया कैसे कहें
किस से करें शिकायत
जाने क्या ग़लत हो जाये
लोगों को पता चले तो
जाने क्या लोग कहेंगे
इसी असमंजस में
अपमान सहते रहे
और फिर एक दिन
जो हरकत की उसने
सिर्फ चीखें निकली
बाद में लाश !
कौन थी वो
सबने पुछा
नाबालिग थी वो !
~ फ़िज़ा
तभी बहुत ही अजीब लगा था
समझ नहीं आया कैसे कहें
किस से करें शिकायत
जाने क्या ग़लत हो जाये
लोगों को पता चले तो
जाने क्या लोग कहेंगे
इसी असमंजस में
अपमान सहते रहे
और फिर एक दिन
जो हरकत की उसने
सिर्फ चीखें निकली
बाद में लाश !
कौन थी वो
सबने पुछा
नाबालिग थी वो !
~ फ़िज़ा
#happypoetrymonth
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