Monday, April 03, 2023

मोहब्बत


 

तेल अवीव शहर के एक छोटे से बाजार से 

गुज़रते हुए इस बेंच पर नज़र पड़ी 

दिल से भरे इस बेंच को देख ख़ुशी हुई 

तभी किसी ने कहा, - देखा है उस आदमी को तुमने?

वो लोगों के दिल मिलाता है खुशियां बांटता है !

ये सुनकर सब हंस पड़े के टिंडर और शादी डॉट कॉम 

के होते  हुए आज के युग में ये सब?

मगर ये सच है इस शहर की दास्ताँ 

जहाँ एक आदमी लोगों के दिल जोड़ता है !


~ फ़िज़ा 

1 comment:

Dawn said...

Sadar pranaam Anita ji aapka bahut shukriya !

करो न भेदभाव हो स्त्री या पुरुष !

  ज़िन्दगी की रीत कुछ यूँ है  असंतुलन ही इसकी नींव है ! लड़कियाँ आगे हों पढ़ाई में  भेदभाव उनके संग ज्यादा रहे ! बिना सहायता जान लड़ायें खेल में...