Sunday, April 09, 2023

इसरायली बंकर


आओ तुम्हें इस खंडहर की कहानी सुनाऊँ 

एक बार सीरिया ने अंधाधुन धावा बोल दिया 

इसरायली सिपाही इस धावा के लिए तैयार न थे 

नतीजा ३६ इसरायली सिपाही एक बंकर में छिपे 

सीरिया के सिपाहियों ने चारों तरफ से घेर लिया 

एक इसरायली बंकर से निकला हाथ ऊपर किये 

कहने लगा, यहाँ कोई नहीं है सिर्फ मैं हूँ 

ले चलो मुझे !

उसने ३५ सिपाहियों की जान बचायी और 

खुद दुश्मनों के हवाले कर दिया,

युद्ध-बंदी के रूप में आठ साल कैद रहा,

जब बाहर निकला तो उसे पता न था के 

इजराइल अभी विश्व के नक़्शे में है भी !

पुछा कहाँ जाओगे तो कहने लगा भारत !

उसे  क्या पता था के इजराइल उसका 

स्वागत करने के लिए बेकरार है !

शहीदों की कहानी तो शूरवीरों की मस्तियाँ  

आई. डी. ऍफ़. कमांडर याकोव सेलवन की ज़ुबानी 

आज वो बंकर इस हाल में है तो सोचो 

उन सिपाहियों का क्या हुआ ?

हर सिपाही को मेरा सलाम , प्रणाम!

~ फ़िज़ा 



 




No comments:

अच्छी यादें दे जाओ ख़ुशी से !

  गुज़रते वक़्त से सीखा है  गुज़रे हुए पल, और लोग  वो फिर नहीं आते ! मतलबी या खुदगर्ज़ी हो  एक बार समझ आ जाए  उनका साथ फिर नहीं देते ! पास न हों...