कुछ लोग मोहब्बत करके
समझते हैं किया एहसान
अपने अंदर झांकते कम हैं
चाहते हैं दूसरा रहे मेहरबान !
कुछ लोग मोहब्बत करके
हो जाते हैं शायद बर्बाद
मोहब्बत के बदले मोहब्बत
सिर्फ अपने मतलब की बात !
कुछ लोग मोहब्बत करके
बन जाते हैं सबसे महान
फिर करते रहते हैं दिखावा
बनकर देवदास का गुनगान !
कुछ लोग मोहब्बत करके
सच में हो जाते हैं आबाद
नहीं गिला रेहता कोई शिकवा
जब चाहा नहीं कोई सवाब !
कुछ लोग मोहब्बत करके
मनाते शोक जीवनभर का
नाउम्मीद, बर्बादी का जश्न
परोसते गली ठेलेवाले जैसा !
कुछ लोग मोहब्बत करके
खुश हो जाते हैं संसार
आज मिले हैं तुमको
कब ज़िन्दगी करदे इंकार !
~ फ़िज़ा
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