स्वर्ग हो या नरक
दोनों ही एक रास्ते
के दो छोर हैं
कभी नहीं मिलते मगर
साथ भी नहीं छोड़ते
रास्ता जो है ज़िन्दगी
बस, चलती रहती है !
कहते हैं अभी जहन्नुम
और जन्नत यहाँ कहाँ है
वो तो मौत के बाद हासिल है
किसने कहा की मौत आसान है
मौत के लिए भी करम करने होते हैं
इस करके भी स्वर्ग और नरक
दोनों इसी जहाँ मैं हैं !
जीना है तो दोनों के साथ
वर्ना मौत तो एक बहाना है
एक नए दौर पर निकलने का
नयी राह थामने का
एक नए सिरे से ढूंढने का
स्वर्ग है या नरक
दोनों यहीं हैं भुगतना !
~ फ़िज़ा
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