ये वैलेंटाइन का दिन
ज़िन्दगी की भाग-दौड़ में गुज़र गए पल 
कहाँ फुरसत सोचने की कैसा होगा कल !
हरदम साथ में हैं और सब कुछ साथ है 
मुद्दे की बात न हो ऐसा भी अक्सर होता है !
अनियोजित मुलाकात कुछ ऐसा रंग लायी 
ज़िन्दगी के बाकि हिस्से की तयारी हो गयी !
उसने कहा, ज़िन्दगी तो बस तुम्हारे ही साथ है 
निवृत्ति से पहले हमें साथ दुनिया घूमना है !
कुछ लम्हों की मुलाकात और बातों ने मुझे 
ज़िन्दगी-भर जीने की ऊर्जा और ख़ुशी देदी  !
ये वैलेंटाइन का दिन भी कितना गज़ब है 
प्यार के नए बीज़ बोने की जगह बना गयी !
~ फ़िज़ा 

Comments