Sunday, January 23, 2022

ज़िन्दगी का नाम है चलना


ज़िन्दगी का नाम है चलना 

बाकि सब नियति का खेलना 

कुछ प्यारी ज़िन्दगी का जाना 

कुछ प्यारी ज़िन्दगी का आना 

मगर यादों की पुड़िया बनाना 

वही है आखिर में रहा जाना 

क्यूंकि जीवन का नाम है जीना 

जीवनदान का दें हम नगीना  

हर ज़िन्दगी न हो पाए बचाना 

एक ज़िन्दगी ही सही, रचना 

ज़िन्दगी का नाम है चलना !


~ फ़िज़ा  

वक्त के संग बदलना चाहता हूँ !

  मैं तो इस पल का राही हूँ  इस पल के बाद कहीं और ! एक मेरा वक़्त है आता जब  जकड लेता हूँ उस पल को ! कौन केहता है ये पल मेरा नहीं  मुझे इस पल ...