देश का गौरव लौटकर आया...!


देश का गौरव लौटकर आया 
करें सब अभिनन्दन उसका 
धैर्यशील, सभ्य, शालीन, निडर 
देश का लाल घर वापिस आया 
पाक जो था अपना हिस्सा 
काश वो अब भी रहता वैसा  
भारत का ही कहलाता तब 
गए ज़माने के करतबों का 
क्यों भुक्तें अंजाम उसका 
आतंकवादी घुस बैठें है 
करें ध्वंस हर देश की शांति 
चलो मिलकर करें उद्धार 
शांतिप्रस्ताव का वो सम्मान 
आज देश है भारत और पाक 
इनके झगड़े का आंतक ले नफा 
युद्ध में शहीद होते है सिपाही 
दोनों तरफ के गौरवशाली 
कीमत जानें खून जाये न खाली 
करें हिफाज़त अपनों की इंसानों की 
चाहे वो हों इंसान कहीं के भी 
शांति अमन रखें कायम यही नियति  !

~ फ़िज़ा 

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