मेरा दिल दर्द से तू भर दे इतना
के जी न सकूँ चेन से न मरना
लफ़्ज़ों के खंजर से खलिश इतना
के जी न सकूँ चेन से न मरना
इजहार-ए -मुहब्बत यूँ भी करना
के जी न सकूँ चेन से न मरना
दुआएं यूँ देना के बरसों है जीना
मगर ऐसा भी,
के जी न सकूँ चेन से न मरना
~ फ़िज़ा
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