Sunday, April 02, 2023

तेल अवीव - इजराइल की दास्ताँ

 


पहुंचे थे यहाँ स्वयंसेवक बनकर,

कुछ न पता था जा रहे किधर ,

मिले कुछ अजनबियों से  वहाँ ,

जो स्वयंसेवक आये बनकर 

असफ नाम का गाइड आया 

सभी से मिला स्वागत करते हुए 

तेल अवीव के समुन्द्र तट पर गए 

कुछ शहर की जानकारी देते हुए 

असफ ने हमें उतारा समुन्द्र तट पर,

आये हो यहाँ तक तो कुछ काम करो 

समुद्र तट में पड़े प्लास्टिक को साफ़ करो 

मछलियों के पेट से होकर आते हमारे अंदर 

इंसान की फितरत को सुधारें आज नेकी से 

~ फ़िज़ा 


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अच्छी यादें दे जाओ ख़ुशी से !

  गुज़रते वक़्त से सीखा है  गुज़रे हुए पल, और लोग  वो फिर नहीं आते ! मतलबी या खुदगर्ज़ी हो  एक बार समझ आ जाए  उनका साथ फिर नहीं देते ! पास न हों...