Saturday, May 21, 2022

ख़ुशी

ज़िन्दगी के मायने कुछ यूँ समझ आये 

अपने जो भी थे सब पराये  नज़र आये


सफर ही में हैं और रास्ते कुछ ऐसे आये 

रास्ते में हर किसी को मनाना नहीं आया 


कुछ पल ही सही हम सब जहाँ में आये 

सिर्फ दूसरों को मनाने खुश करते रह गये 


वक़्त के संग कुछ तज़ुर्बे ज़िन्दगी में आये 

वक़्त ज़ाया न करो इन में ये समझ आये


जिसका होना है वो हर हाल में हो जाये 

दोस्त इन चोचलों के झांसे में क्यों आये? 


ज़िन्दगी कई मौके दे -दे कर यूँ समझाये 

खुद की ख़ुशी की खुदखुशी न हो जाये 


~ फ़िज़ा 

 

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कल रात बड़ी गहरी गुफ्तगू रही  ज़िन्दगी क्या है? क्या कुछ करना है  देखा जाए तो खाना, मौज करना है  फिर कहाँ कैसे गुमराह हो गए सब  क्या ऐसे ही जी...