ज़िन्दगी का नाम है चलना
बाकि सब नियति का खेलना
कुछ प्यारी ज़िन्दगी का जाना
कुछ प्यारी ज़िन्दगी का आना
मगर यादों की पुड़िया बनाना
वही है आखिर में रहा जाना
क्यूंकि जीवन का नाम है जीना
जीवनदान का दें हम नगीना
हर ज़िन्दगी न हो पाए बचाना
एक ज़िन्दगी ही सही, रचना
ज़िन्दगी का नाम है चलना !
~ फ़िज़ा
1 comment:
good poem
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