मोहबब्त हर किसी से नहीं होती है ....!!
कयी महीनों के दौरान उसमें एक बदलाव सा आया है हालात ने उसे अपने साथ की आदत डलवाया है ! उसे देख बहुत दिनों बाद मेरे अंदर एहसास जगाया है वो बदला तो हालात से मगर जज़्बात आज भी वही है ! उसकी बातें किसी से थी मगर उसकी मुस्कान अब भी वही है भोली सी बातें, भोली सी हंसी वही मोहब्बत की गुदगुदाहट है ! हालात कैसे भी हों आज या कल एहसास तब भी और अब भी यही है दिलों में संजोये रखना ये प्यार क्यूंकि दुनिया से नज़र लगने का धोका है ! भुलाना नहीं ये प्यार किसी सूरत मोहबब्त हर किसी से नहीं होती है !! ~ फ़िज़ा