ख़ुशी
ज़िन्दगी के मायने कुछ यूँ समझ आये अपने जो भी थे सब पराये नज़र आये सफर ही में हैं और रास्ते कुछ ऐसे आये रास्ते में हर किसी को मनाना नहीं आया कुछ पल ही सही हम सब जहाँ में आये सिर्फ दूसरों को मनाने खुश करते रह गये वक़्त के संग कुछ तज़ुर्बे ज़िन्दगी में आये वक़्त ज़ाया न करो इन में ये समझ आये जिसका होना है वो हर हाल में हो जाये दोस्त इन चोचलों के झांसे में क्यों आये? ज़िन्दगी कई मौके दे -दे कर यूँ समझाये खुद की ख़ुशी की खुदखुशी न हो जाये ~ फ़िज़ा